शब्द के पीछे का अर्थ: श्रव्य रूप से

श्रव्य शब्द का तात्पर्य ऐसी किसी चीज़ से है जिसे सुना जा सकता है या जिसे ध्वनि के माध्यम से समझा जा सकता है। इसका उपयोग ध्वनि से संबंधित क्रियाओं या स्थितियों का वर्णन करने के लिए किया जाता है जिन्हें कान द्वारा पहचाना जा सकता है।

वाक्यांश और उदाहरण

  • श्रव्य रूप से व्यथित: यह दर्शाता है कि किसी व्यक्ति का संकट उसके मुखर भावों या ध्वनियों के माध्यम से स्पष्ट है।
  • ऊंची आवाज में बोलें : सुझाव है कि भाषण इतना ऊंचा होना चाहिए कि अन्य लोग उसे स्पष्ट रूप से सुन सकें।
  • श्रव्य रूप से घबराहट: ऐसी स्थिति का वर्णन करता है जहां किसी व्यक्ति की घबराहट उसके स्वर या बोलने के तरीके से महसूस की जा सकती है।
  • जोर से हंसना : इस प्रकार हंसना कि आस-पास के अन्य लोग आसानी से हंस सकें।

उपयोग और महत्व

ध्वनि को किस तरह से समझा और संप्रेषित किया जाता है, इसका वर्णन करने में श्रव्य शब्द महत्वपूर्ण है। यह ध्वनि से संबंधित घटनाओं की स्पष्टता और पहचान को उजागर करता है, इस बात पर जोर देता है कि कुछ न केवल मौजूद है बल्कि कान के लिए बोधगम्य भी है। यह शब्द संचार, भावनात्मक अभिव्यक्ति और श्रवण अनुभवों से जुड़े संदर्भों में महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष

ध्वनि को कैसे अनुभव किया जाता है और समझा जाता है, यह बताने में श्रव्य शब्द महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। श्रवण क्षमता के पहलू पर ध्यान केंद्रित करके, यह मुखर अभिव्यक्तियों, शोर के स्तर और समग्र श्रवण धारणा से संबंधित विवरणों को बढ़ाता है। श्रव्य रूप से प्रभावी ढंग से समझना और उसका उपयोग करना स्पष्ट संचार और ध्वनि-संबंधी घटनाओं की अधिक सटीक अभिव्यक्ति की अनुमति देता है।